- Akshay Kumar Choudhary atat Mithilaa me ekaraa kumhar kahal jaait achhi aa gangaa ke diyaraa pradesak mithilaa me Sisakor
- Sanjay Kumar Mandal ehi latti me kumhar farla bad sab kiyo ke murbba aa kumhrouri ke sabzi khebak nyot hum avasya pthayeb
- मिहिर झा एहि लत्ति के बॅड बॅड महिमा
पसरल अछि सौंसे आँगना
कुम्हर के कुम्हरौरी बनाओ
मोन हुए त मोरब्बा बनाओ
किछ नई फुरे ता तीमन बनाओ
एकर फूल बिन भारदुतिया के नोत सून
एकर बिन घरक चार सून - Suman Kumar wah..wah,
bahut sunder mihir jee,
bhardutiya me kumher phoolak baat khas k bahut nik lagl.. - मिहिर झा फूल हमारो अछि की भेल जे गंध नहि अछि
पात हमारो अछि की भेल जे भोजन नहि अछि
फड़ त अछि की भेल जे तीमन नई बनैक
हमर कुम्हरौडी के की कतहु जोड़ी छैक ?
कदीमा क फूल त तडि तडि खाय
हमर फूल भारदुतिया के सजाय - ShantiLakshmi Choudhary कुम्हर
एकटा छौरी केँ भरि देह चून
जल्दी सँ कहु ओ फर कून
...See More - Rajesh Jha bhratidwitiya najdik achhi, aur ehi me ahi phool ke badd mahatwa achhi.
गुरुवार, 9 अगस्त 2012
कुम्हरक लत्ती। ऐ प्राकृतिक दृश्यपर एकटा गजल, शेर, रुबाइ, कता, हाइकू/ टंका/ शेनर्यू/ हैबून लिखू ।चित्र :सौजन्य (c) Umesh Mandal.)
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