- Gajendra Thakur रातिक झोंझ/ राति अपने अछि/ कीड़ा आ चिड़ै/ वातावरण अछि/ शान्त आकि भुताह
- Dukhmochan Kushwaha kate phark 6ae pahle me aa abhi me jangale 6ae sant mager abhi ke samay dekhu kono jagah santi nai ae6
- Ramashankar Jamayyar रात्रि-काल का लिया हुआ भव्य प्राकृतिक फोटो--संग्रहणीय।
- Santosh Jha "आबय विपदा हज़ार , कतबो हो अत्यचार , ई गाछ ब्रीक्छ सभ प्रेरना दैछ , हर परिस्थिति मे रहू सीना तनि ठाढ."
- ShantiLakshmi Choudhary जीवनक धूप्प अन्हार मे मस्तिष्क सघन तन्तु-जाल मे एहिना भिनसरवाक डरौन-भुतहा जंगल जकाँ सघन डारि-पातक मध्य सँ कतहु-कतहु सँ आशाक थोड़ेक किरण आभासित होइत छैक जकरा बले लोक अपन खराब दिन कटै छथि.
- ShantiLakshmi Choudhary हमरा कृपा क' क’ किओ कहि सकैत छथि जे हाइकू/टंका/शेनर्यू/हैबून की छियैक? एहि मे कि अंतर छैक?
- डॉ॰ शशिधर कुमर गुजगुज अन्हरिया / ठिठुरैत जार / भुतिआयल बाट / जानि ने की हेतै
गुरुवार, 9 अगस्त 2012
ऐ प्राकृतिक दृश्यपर एकटा हाइकू/ टंका/ शेनर्यू/ हैबून लिखू ।(चित्र :सौजन्य Tomwsulcer, Wikipedia.This file is made available under the Creative Commons CC0 1.0 Universal Public Domain Dedication.)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें