शेर्न्यू लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शेर्न्यू लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 26 फ़रवरी 2013

शेर्न्यू

शेर्न्यू

1.विआह भेल
घोड़ा बेच सूतल
बेटीक बाप

2.छै प्लास्टिकक
गाछ ,पात आ फूल
कृत्रिम युग

3.भारत देश
गामे गाम बदलै
भाषा आ भेष

4.लेने जनम
घूस ,मँहगी ,चोरी
पैघ औरदा

5.टूटल ताला
डरक गप छै ई
साँपक माला

अमित मिश्र

सोमवार, 4 फ़रवरी 2013

शेर्न्यू

शेर्न्यू

जग मरू भू
डेग डेग तिलस्म
फूसिक खेल

आठो पहर
धड़कैत करेज
डरक राज

मैल मोनसँ
पूण्य करू यात्रा कऽ
चारू धामक

माँटि बिकाइ
प्रताप एहन छै
उदयनक

बदनामीसँ
नारिक इज्जत तँ
चूर चूर छै

अमित मिश्र

शेर्न्यू

शेर्न्यू

शब्दक घाव
खोधै छी कलमसँ
भावक लेल

मरबै तैयो
जीबाक पियाससँ
तड़पै सब

बापकेँ फेकै
पुरना अखबार
बेचैछ जेना

रिश्ताक स्वाद
मिरचाइक गुण्डी
नीमक पात

धनक भूख
पियास नै मिझाइ
ओस चाटि कऽ

अनका दोष
नै दे जँ निज मोन
प्रदुषित छै

फैसनेबुल
भीख माँगै बाटी लऽ
दहेज जे लै

अमित मिश्र

शेर्न्यू

शेर्न्यू

1.फाटल धरा
समा गेली जानकी
गंजन सहि

2.टाका चाहियै
कोनो काजक नै छै
प्रीतक बोनि

3.एकटा शब्द
भुकम्प आनि दै छै
सम्बन्ध बीच

4.अन्हार घर
साँपे साँप पसरल
चौबगली छै

5.भोजक बेर
अनकर खर्च जानि
बनै चटोरी

6.पाथर मोन
बोलिएसँ बनै छै
मोम सनक

7.झगड़ा -झाँटी
करा दै छै वचन
तौल कऽ बाजू

8.बसन्त संग
अजबे छवि चढ़ै
यौवन पर

अमित मिश्र