(हैगा चित्र- तुनिशा प्रियम)
1
उगैतोकेँ ई
कुश तिल अक्षत
आ डुमैतोकेँ
2
भेड़क जेड़
बहटाबी ओकरा
परदेसोमे
3
संस्कृतिक ई
गलञ्जर उठल
की हम चली
4
कथकिया कि
घरदेखिया क्यो नै
अबैए एत'
5
देखै छी हम
ऊँचगरसँ बनि
ब्रह्मा- महेश