- Gajendra Thakur अम्ल बरखा/ नमछुरुक अछि/ देलियन्हि कऽ/ सुड्डाह सेहो बनि/ बनि काल-बरखा
- Santosh Jha लगैत अछि जे प्रकीर्ति , भ्रश्टाचारी सभकल लेल बहुत रास बिन छीलल बान्स ठाढ क क रखने छथि.
- Gajendra Thakur जीवन-बर्खा/ बर्खा दैए जीवन/ अम्लक बर्खा/ छद्मवेशी बनि कऽ / बनल मृत्यु-बर्खा
- मिहिर झा ई बदहाली / हे मानव किएक / केलहु अहां / प्रदूषित कय के / अम्ल वर्षा कराय |
- Vijay Kumar Manyawar, hamra samajh sa prakriti seho majboor bhai gel achhi aajuk paristhitik mein...
गुरुवार, 9 अगस्त 2012
ऐ प्राकृतिक दृश्यपर एकटा हाइकू/ टंका/ शेनर्यू/ हैबून लिखू ।(चित्र :सौजन्य bdk, Wikipedia. This file is licensed under the Creative Commons Attribution-Share Alike 3.0 Unported, 2.5 Generic, 2.0 Generic and 1.0 Generic license.)
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