Durganand Mandal bashok photo aa haiku neek lagal...बाशोक प्रचलित हाइकू- "एकटा पुरान पोखरि/ एकटा बेंग कूदि पैसैए/ पानिक छिट्टा"..
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू च्हन्हि- "केराक गाछ लग / जै बौस्तुसं हम घृणा करै छी तकर चेन्ह/ / एकटा मुसकैन्थसक कोढ़ी
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू- "एकटा घोड़ो / हमर आँखिकेँ आकर्षित करैए ऐ /बर्फयुक्त काल्हिक भोरमे
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू- बीतल एक बर्ख आर / एकटा यात्रीक छाह हमर माथपर, / पुआरक पनही हमर पएरपर
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू-आब तखन चलू चली/ बर्फक आनद लेबाक लेल जाधरि / हम पिछड़ि कऽ खसि जाइ
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू- पुरान पोखरि/ कूदि जाइएग ढ़ाबुस बेंग ओइमे/ अबैए पानिक अबाज
Prity Thakur बाशोक अन्तिम कविता जखन ओ मृत्युशय्यापर छलाह- दुखित पड़लौं एकटा यात्रा मध्य/ हम स्वप्न भोथियाइए/ सुखाएल घासक चौरीक चारूकात
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू- पहिल झपसी जाड़क/ बानरो चाहैए/ छोटसन पुआरक कोट
Prity Thakur बाशोक एकटा आर हाइकू- फुजी पर्वतक बसात/ अपन पंखामे अनलौं/ एडो लोकाक उपहार
गुरुवार, 9 अगस्त 2012
ऐ प्राकृतिक दृश्यपर एकटा हाइकू/ टंका/ शेनर्यू/ हैबून लिखू।[ बाशोक प्रचलित हाइकू- "एकटा पुरान पोखरि/ एकटा बेंग कूदि पैसैए/ पानिक छिट्टा"] (चित्र सौजन्यPortrait of Matsuo Bashō by Yokoi Kinkoku, c. 1820.free under Japanese Copyright Law)
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